आज के इस आर्टिकल में जानेंगे कि Internet kaise kam karta hai, नेट कहां से आता है और वेबसाइट कैसे खुलती है? जानिए आसान भाषा में इंटरनेट की पूरी प्रक्रिया — फाइबर केबल से लेकर DNS तक।

इंटरनेट कैसे काम करता है और नेट कहां से आता है ?
नमस्कार दोस्तों,हम हर दिन इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं — मोबाइल में, लैपटॉप में, ऑफिस में, घर में। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये Net kahan se aata hai जब हम वेबसाइट खोलते हैं, तो वह कैसे दिखती है?आज हम यही सब जानेंगे, आसान और सीधी भाषा में। इंटरनेट कोई जादू नहीं है। ये एक बहुत बड़ा नेटवर्क है — जिसमें लाखों कंप्यूटर, सर्वर और डिवाइसेज़ एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। इस नेटवर्क के ज़रिए डेटा इधर से उधर जाता है — जैसे कि वेबसाइट, वीडियो, फोटो, मैसेज वगैरह।
इंटरनेट क्या है ?
इंटरनेट एक ग्लोबल नेटवर्क है जो कंप्यूटर, सर्वर और डिवाइसेज़ को जोड़ता है। इसके ज़रिए हम वेबसाइट खोलते हैं, वीडियो देखते हैं और दुनिया से जुड़े रहते हैं।आप इसे ऐसे समझिए:जैसे सड़कें एक शहर को दूसरे शहर से जोड़ती हैं, वैसे ही इंटरनेट के नेटवर्क दुनिया के हर कोने को जोड़ते हैं।
नेट कहां से आता है ? Net kahan se aata hai
हम सभी रोज़ अपने मोबाइल या कंप्यूटर में इंटरनेट यानी नेट का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये नेट आता कहां से है? internet ke bare me details in hindi
नेट कोई जादू नहीं है, बल्कि ये बहुत बड़ी-बड़ी मशीनों और केबल्स के जरिए हमारे पास आता है। दुनिया भर में समुद्र के नीचे बहुत लंबी ऑप्टिकल फाइबर केबल्स बिछी होती हैं। ये केबल्स अलग-अलग देशों को आपस में जोड़ती हैं और इंटरनेट का सिग्नल एक जगह से दूसरी जगह ले जाती हैं।
जब नेट भारत में आता है, तो सबसे पहले वह इन केबल्स के जरिए समुद्र से होकर हमारे देश के कुछ खास जगहों तक पहुंचता है। वहां से यह इंटरनेट बड़ी कंपनियों को दिया जाता है, जिन्हें हम इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) कहते हैं। जैसे Jio, Airtel, BSNL आदि।
फिर ये कंपनियां इंटरनेट को हमारे घरों और मोबाइल फोन तक पहुंचाती हैं। अगर आपने वाई-फाई या ब्रॉडबैंड लगाया है, तो आपके घर में एक केबल के जरिए नेट आता है। अगर आप मोबाइल डेटा यूज़ करते हैं, तो आपके फोन में इंटरनेट मोबाइल टावर के जरिए पहुंचता है।
तो कुल मिलाकर, नेट बहुत दूर से, समुद्र के नीचे से चलकर, बड़ी कंपनियों के पास आता है और फिर वहां से हमारे मोबाइल या कंप्यूटर तक पहुंचता है, जिससे हम चैट कर सकते हैं, वीडियो देख सकते हैं और बहुत कुछ कर सकते हैं।
इंटरनेट हमारे पास कैसे पहुंचता है ?
Internet Service Providers (ISPs) जैसे Jio, Airtel या BSNL इन डेटा सेंटर्स से इंटरनेट लेकर आपके मोबाइल या घर तक पहुंचाते हैं — मोबाइल टावर या ब्रॉडबैंड के ज़रिए।
जब हम वेबसाइट खोलते हैं तो क्या होता है ?
जब आप कोई वेबसाइट टाइप करते हैं, जैसे jobsafar.in DNS उस वेबसाइट का IP Address बताता है। फिर ब्राउज़र उस IP पर रिक्वेस्ट भेजता है और सर्वर आपको वेबसाइट का डेटा देता है।
इंटरनेट डेटा कैसे भेजता है ?
इंटरनेट में हर जानकारी छोटे-छोटे पैकेट्स में ट्रांसफर होती है, जिन्हें पैकेट स्विचिंग कहते हैं। ये पैकेट्स अलग-अलग रास्तों से होते हुए आपके डिवाइस तक पहुंचते हैं और फिर जुड़ जाते हैं।
क्या इंटरनेट कभी खत्म हो सकता है ?
इंटरनेट डिस्ट्रीब्यूटेड सिस्टम है। अगर किसी एक जगह नेटवर्क बंद हो जाए, तब भी इंटरनेट बाकी हिस्सों में काम करता रहता है। आपके घर में इंटरनेट बंद होना ISP की दिक्कत हो सकती है।
निष्कर्ष :-
अब आपको समझ आ गया होगा कि नेट कोई जादू नहीं है — इसके पीछे एक पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर है। डेटा सेंटर, फाइबर केबल्स, DNS, IP और सर्वर — ये सब मिलकर इंटरनेट को चलाते हैं।ये एक बहुत बड़ा सिस्टम है — लेकिन अच्छी बात ये है कि अब आपको समझ आ गया है कि ये काम कैसे करता है।अगर ये जानकारी आपको काम की लगी हो तो दूसरों के साथ ज़रूर शेयर करें। धन्यवाद!
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